श्रद्धा पूर्वक मनाई गई आसड महीने की संग्राद
देहरादून। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार देहरादून के तत्वावधान में आसड महीने की संग्राद कथा-कीर्तन के रूप में श्रद्धा पूर्वक मनाई गई। प्रातः नितनेम के पश्चात हज़ूरी रागी भाई नरेंद्र सिंह जी ने आसा दी वार का शब्द परमेसरि दिता बनां। दुख रोग का डेरा भंना।।का गायन किया एवं सेवक परिवार के द्वारा रखे गये श्री अखण्ड पाठ साहिब के भोग डाले गये। हेड ग्रंथी ज्ञानी शमशेर सिंह ने महीने की कथा करते हुए कहा कि श्री गुरु अर्जन देव जी समझाते हैँ कि जो जीव परमात्मा का सिमरन नहीं करते और सुख की आस लोगों पर बनाते हैं उनका जीवन व्यर्थ चला जाता है।।
भाई नरेंद्र सिंह हजूरी रागी जत्थे ने शब्द सतगुरू होइ दयाल ता सरधा पुरिऐ का गायन कर संगत को निहाल किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से पहुँचे कथावाचक भाई बलविंदर सिंह जी ने कहा हम जैसा कर्म करते हैं वैसा ही हमें फल मिलता है और हमे सदा प्रभु को नज़दीक मानकर अपना जीवन अच्छा बनाना चाहिए। भाई शमशेर सिंह जी ने सरबत के भले के लिए अरदास की, आई हुई संगत को सरदार गुरबख्श सिंह जी राजन ,प्रधान, एवं सरदार गुलज़ार सिंह जी, महासचिव के द्वारा सगराद की बधाई देते हुए मंगलकामना की तथा बताया कि सिख सेवक जत्थे की ओर से 22 जून को गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में सुबह 7 बजे से 11.30 बजे तक गुरू हरगोविंद साहिब जी के प्रकाश पुरब के संबंध में दीवाना सजेगा और समाप्ति पर मिस्से परशादे-प्याज़-मखन-लस्सी आदि का लंगर चलेगा ,कार्यक्रम में विशेष रूप से पधारे देहरादून शहर के पूर्व मेयर सुनील उनियाल गामा व भाई बलविंदर सिंह को शौल देकर सम्मानित किया। मंच का संचालन करते हुए सरदार दविंदर सिंह भसीन ने करते हुए बताया कि 16.06.2024 को मधुमेह रोग और योग प्रशिक्षण शिविर कैंप गुरुद्वारा श्री गुरु नानक निवास साथ सुभाष रोड गुरुद्वारा श्री गुरु नानक निवास 60सुभाष रोड में सुबह 6 बजे से दोपहर 1 बजे तक लगेगा। आई हुई संगत के लिए लंगर की सेवा करने भाई सतवंत सिंह जी, दविंदर सिंह सहदेव व तिलक राज कालरा जी को सम्मानित किया गया ।कार्यक्रम की समाप्ति पर संगत ने लंगर प्रशाद ग्रहण किया। इस अवसर पर प्रधान गुरबक्श सिंह राजन, महासचिव गुलज़ार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमिंदर सिंह छाबड़ा, चरणजीत सिंह चन्नी, मंजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह जोली, सतनाम सिंह, दविंदर सिंह भसीन राजिंदर सिंह राजा, दविंदर सिंह सहदेव, अरविन्दर सिंह, अवीनाश सिंह आदि उपस्थित थे।