उत्तराखण्ड

बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने गुरु तेग बहादुर व खालसा इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया

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हल्दवानी। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा हल्द्वानी मंे स्थित गुरु तेग बहादुर तथा खालसा इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया गया। ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले ही गुरु तेग बहादुर में एक शिक्षक के द्वारा बच्चों के साथ अश्लील मैडसेजिंग किये जाने का मामला सामने आया था जिस पर आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया था। निरीक्षण में पाया गया की एक शिक्षक द्वारा बच्चांे के साथ अश्लील हरकत करने के मामले मे निलंबन के बावजूद, स्कूल मे पोक्सो रजिस्टर, पॉक्सो कमेटी का गठन एवं शिकायत पेटी नहीं पायी गयी। आयोग की टीम के द्वारा पूछने पर पता चला की वहा पर ना बच्चों को और ना ही शिक्षक व प्रधानाचार्य को 1098 हेल्पलाइन नंबर अथवा बाल अधिकार संरक्षण आयोग का कोई ज्ञान था और ऐसा तब है जब बाल अधिकार संरक्षण आयोग स्वतः संज्ञान लेकर जाच के आदेश दे चूका है। शिक्षक के निलंबन के बाद ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इस बारे में स्कूल प्राधिकारियों द्वारा कुछ भी कदम नहीं लिया गया और ना ही शिक्षकों की कोई ट्रेनिंग दी गयी।कानून और संसाधन का होना एक सुंदर व्यवस्था है, पर उसका अनुपालन तो नीचे की इकाइयों को ही करना सुनिश्चित करना होगा। आयोग ने बीओ को भी कपूर सपष्टीकरण देने को कहा है साथ ही सभी विद्यालयों में 1098 राधा एससीपीसीआर और पैरेंट जमंबीमत इकाई बाधित करने के आदेश दिये हैं।
साथ ही हल्द्वानी के नगर निगम सभागार में जिला स्तर बाल अधिकार जागरूकता वर्कशॉप का आयोजन किया गया। बैठक मे सभी जिला स्तर अधिकारियों, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना, सितारगंज से बाल आयोग की सदस्य सुमन राय तथा सदस्य विनोद कपरवान जी और अनुसचिव एस०के०सिंह द्वारा प्रतिभाग किया गया। सभी विभागों ने अपना प्रस्तुतीकरण किया और अपने विभाग मे बाल अधिकारों के लिए किए जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी प्रस्तुत की गई।
माननीय आयोग की अध्यक्ष ने वहा उपस्थित सभी अधिकारियो को समृद्ध राष्ट्र में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का आह्वान किया और साथ ही शिक्षकों तथा अन्यों से इसके लिए बच्चो को तैयार करने की बात कही ,और साथ यह भी कहा कि यदि समाज सजग होगा तभी हम किसी भी अत्याचारियों से हम अपने बच्चों को बचा सकेंगे और भविष्य निर्माण के लिए एक सुरक्षित सुंदर ,भयहीन वातावरण दे सकेंगे।
हाल ही मे हुई हल्द्वानी की घटनाओ तथा उनके निवारण पर भी विस्तृत चर्चा हुई। आरटीओ से सभी वाहनों में कंडक्टर और बच्चो को ले जाने वालों में पीली पट्टी का प्रावधान, शिक्षण संस्थानों तथा समाज कल्याण अधिकारियों को समन्वय बनाकर और रजिस्टर मदरसों एवं अनरेजिस्टरेड मादरसों की जानकारी विद्यालयों में एन०ओ०सी लेते समय वहां के स्टाफ और प्रबंधन समिति के बारे में विस्तृत जानकारी और 1098 , जिला बाल कल्याण समिति तथा बाल अधिकार संरक्षण आयोग के साइबर क्राइम, प्रहरी क्लब,जॉइंट एक्शन, ड्रग एब्यूज के रोकथाम इत्यादि विषयों पर चर्चा की आवश्यकता पर बल दिया। हल्द्वानी मे स्थित दरोहर बाल खुला आश्रये ग्रह मे निरिक्षण किया, वह के बच्चो के साथ बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा द्वारा बातचीत की गयी व उनके साथ समय बिताया।

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