कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से की आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत

देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या से मुलाकात कर चम्पावत विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी पर आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उत्तराखण्ड से मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत कार्यक्रम की तस्वीरें हटाये जाने की मांग की। मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने आरोप लगाया है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं चम्पावत विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिनांक 15 मई, 2022 को नैनीताल जनपद के कैंचीधाम नामक तीर्थ स्थल पर पूजा दर्शन का कार्यक्रम किया गया जिनकी फोटो का प्रचार-प्रसार उत्तराखण्ड डीआईपीआर पर किया गया। चूंकि पुष्कर सिंह धामी वर्तमान में चम्पावत विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी है तथा उत्तराखण्ड डीआईपीआर राज्य सरकार की वेबसाइट है जिस पर मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत कार्यक्रम का फोटो के साथ प्रचार-प्रसार किया जाना आदर्श चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मांग करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड डीआईपीआर से मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत कार्यक्रम की तस्वीरें हटाई जांय तथा भविष्य में उत्तराखण्ड डीआईपीआर पर इस प्रकार की तस्वीर लगाने पर रोक लगाई जाय। कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्य सचिव को भी पत्र लिखकर जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी को उनके पद से हटाने की मांग की। कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि 55-चम्पावत विधानसभा चुनाव की घोषणा के उपरान्त दिनांक 22 अप्रैल, 2022 को जिलाधिकारी चम्पावत के पद पर नरेन्द्र सिंह भण्डारी की नियुक्ति का विरोध करते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज करते हुए उनकी नियुक्ति निरस्त करने की मांग की गई थी। जिलाधिकारी चम्पावत जो कि जिला निर्वाचन अधिकारी भी हैं, का दिनांक 13 मई, 2022 को समाचार पत्रों में दिये गये राजनैतिक वक्तव्य जिसमें उनके द्वारा जिला नोडल अधिकारी की नियुक्ति तिथि 30 अप्रैल, 2022 बताते हुए कांग्रेस पार्टी की शिकायत को गलत ठहराया गया है। जबकि मुख्य विकास अधिकारी चम्पावत द्वारा अपने पत्रांक 98/समीक्षा बैठक/2022-23 दिनांक 7 मई, 2022 में मुख्यमंत्री द्वारा 2 मई, 2022 को दिये गये निर्देशों का स्पष्ट उल्लेख किया गया है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी चम्पावत पूरी तरह से राज्य सरकार के दबाव में कार्य कर रहे हैं। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी का वक्तव्य भारतीय प्रशानिक सेवा नियमावली के भी विरूद्ध है तथा उनके इस पद पर रहते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव की संभावना समाप्त होती दिखाई देती हैं। पारदर्शी एवं निष्पक्ष चुनाव हेतु जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी को उनके पद से तत्काल हटाया जाना चाहिए। प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत के अलावा प्रदेश प्रवक्ता गढ़वाल मण्डल प्रभारी गरिमा दसौनी, प्रदेश महामंत्री अजय सिंह, कपिल भाटिया, युवा नेता पुष्कर सारस्वत आदि शामिल थे।