कांग्रेस का एनसीपी से गठबंधन, आरक्षण के विरोध और अलगाववाद के समर्थन मेंः महेंद्र भट्ट
देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन पर निशाना साधते हुए इसे सत्ता के लालच में आरक्षण विरोध और आतंकवाद के समर्थन का ठगबंधन बताया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आरोप लगाया कि देश में संविधान खत्म होने का झूठ फैलाने वाली कांग्रेस, धारा 370 लागू करने की मंशा रखने वाली पार्टी से समझौता कर रही है। ताकि वहां दलितों को आरक्षण से वंचित किया जाए और संविधान को प्रभावहीन किया जाए।
प्रदेश अध्यक्ष ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने सत्ता के लालच में गठबंधन किया है। नेशनल कांफ्रेंस ने अनुच्छेद 370 दोबारा वापस लाने की घोषणा की है ताकि जम्मू कश्मीर के साथ देश भर में अशांति का माहौल लाने का प्रयास किया जाए । अब ऐसी पार्टी से कांग्रेस का गठबंधन स्पष्ट करता है कि वे नेशनल कांफ्रेंस के इशारे पर अलगाववाद को बढ़ावा देने की नीति का समर्थन करती है। साथ ही कहा कि अनुच्छेद-370 हटने के बाद भारत ने और भारतीयों ने अपने राष्ट्रीय संकल्प को पूरा किया कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक निशान, एक विधान और एक प्रधानश् रहेगा । दोनों पार्टियों के समझौते का एक ही अर्थ है कि कांग्रेस पार्टी अलग झंडे के वादे का समर्थन करती है। उन्होंने पूछा कि कांग्रेस बताए कि क्या वह देश को तोड़ने के नेशनल कांफ्रेंस के एजेंडे के साथ खड़ी है? प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि इस गठबंधन के जरिए कांग्रेस पार्टी का आरक्षण विरोधी चेहरा भी सामने आया है। धारा 370 हटने से वहां आजादी के बाद पहली बार वहां के दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों को आरक्षण का अधिकार प्राप्त हुआ था। लेकिन कांग्रेस वहां सत्ता के लिए तुष्टिकरण की नीति पर आगे बढ़ते हुए पिछड़ों के अधिकार को हड़पना चाहती है। वे देश विरोधी और अलगाववाद समर्थक पार्टियों को अपना रही है, वहां आरक्षण को पुनः समाप्त करने की मंशा के साथ। यही कांग्रेस देश भर में संविधान खत्म होने का झूठ फैला रही है और स्वयं कश्मीर में धारा 370 लागू कर वहां संविधान को प्रभावहीन करना चाहती है। देश के साथ प्रदेश की राष्ट्रवादी जनता भी कांग्रेस के दोहरे और विभाजनकारी चरित्र को देख रही है।