कड़ी सतर्कता से नाकाम हुई पेपर लीक की साजिश, कांग्रेस के आरोप गैरजिम्मेदारानाः चौहान

देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का ही परिणाम रहा कि माफिया अपने इरादों मे कामयाब नही हो पाया और यूकेएसएससी की परीक्षा एक केंद्र मे गड़बड़ी की कोशिश को छोड़ दिया जाए तो निर्विघ्न संपन्न हुई। कांग्रेस के आरोपों को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए चौहान ने कहा कि सरकार और परीक्षा कार्यों में लगी एजेंसी सतर्क थी तो परीक्षा के एक दिन पहले नकल माफिया को सलाखों के पीछे भेज दिया गया। वहीं हरिद्वार के एक सेंटर मे नकल की कोशिश मे जो लोग लगे थे उनसे भी कड़ी पूछताछ चल रही है।
चौहान ने कहा कि नकल रोकने के लिए धामी सरकार की मुहिम असरदार है और पारदर्शिता के परीक्षाएं हो रही है। उन्होंने कांग्रेस पर सवाल किया कि अब सब सामने है और परीक्षा पत्र से लेकर केंद्र, कमरे सब निगरानी संस्थाओ के घेरे मे है, लेकिन पटवारी भर्ती घोटाला हो या दरोगा भर्ती घोटाला अथवा अन्य मामलों मे तो लोगों को अभी तक पता ही नही कि कब किस पर क्या कार्यवाही हुई। इन मामलों मे सरकार के सरंक्षण मे ही घोटालों के आरोप लगे थे।
चौहान ने कहा कि भर्ती घोटालों की गलत परंपरा को समाप्त करने मे जब धामी सरकार ने बीड़ा उठाया तो कांग्रेस जांच एजेंसियों के मनोबल को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वर्षों पुराने पाप को ढो रहे राज्य से नकल की इस विकृति को समाप्त करने की कोशिशें हो रही है और इस पहल का न केवल सम्मान किया जाना चाहिए, बल्कि सहयोग भी किया जाना चाहिए। चौहान ने कहा कि पेपर लीक वाले रूम मे जैमर थे अथवा नही यह जांच का विषय है और एजेंसियां इस पर कार्य कर रही है। राज्य मे निरंतर भर्तियां हो रही है और धामी सरकार अब तक 25 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार दे चुकी है। भर्ती केंद्रों को किस तरह से हाईटेक किया जाए यह विशेषज्ञों ने भली भाँति अध्ययन किया है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक नही हो रहे, बल्कि नकल की कोशिश हो नही है और अब माफिया हताश तथा निराश है। न अवैध रूप से नकल कराने के लिए कोचिंग संस्थान चल रहे न ही पेपर बाहर आ रहा है। हरिद्वार की घटना भी नकल माफिया की बौखलाहट का नतीजा है। विपक्ष को संयम रखने की जरूरत है।