राष्ट्रीय

दलाई लामा दो साल बाद पहली बार धर्मशाला में सार्वजनिक रूप से सामने आए

ख़बर शेयर करें

शिमला। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से पूरा देश जूझ रहा है। वायरस के कारण बहुत‌ सी चीजें अस्त-व्यस्त हो गई। ‌वहीं कोविड-19 महामारी के प्रकोप के दो साल बाद, पहली बार तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा शुक्रवार को सार्वजनिक रूप से लोगों सामने आए। उन्होंने हिमाचल प्रदेश की एक धर्मशाला में अनुयायियों का अभिवादन किया।‌ यही नहीं दलाई लामा ने एक सभा को भी संबोधित किया, जिसमें उन्होंने जातक कथाओं का एक संक्षिप्त उपदेश दिया। इसके बाद उन्होंने यहां के मुख्य तिब्बती मंदिर सुगलखांग में बोधिचित्त (सेमके) शुरू करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया गया।
14वें तिब्बती आध्यात्मिक नेता ने भले ही दो साल बाद सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज कराई हो लेकिन प काफी उत्साह और ऊर्जा से भरे हुए दिखाई दिए। उन्होंने समारोह में ना सिर्फ हिस्सा लिया बल्कि अपनी एक महत्वपूर्ण भागीदारी भी निभाई। ‌एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनका नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए दिल्ली जाने का कार्यक्रम था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि उनका स्वास्थ्य अच्छा है। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के कार्यक्रम में भिक्षुओं, भिक्षुणियों, सांसदों, केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के अध्यक्ष और निर्वासित उनके कैबिनेट मंत्रियों सहित हजारों तिब्बती आध्यात्मिक प्रवचन के लिए एकत्रित हुए। एक तिब्बती सांसद तेनजिंग जिग्मे ने कहा, श्यह एक बहुत ही सुंदर दिन है और हम परम पावन को दो साल से अधिक समय से देख रहे हैं। आज के बारे में सबसे भाग्यशाली चीजों में से एक परम पावन (दलाई लामा) ने कहा कि वे ठीक हैं और वे स्वस्थ हैं। हम परम पावन की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करते हैं। परम पावन को स्वस्थ और स्वस्थ देखकर हम वास्तव में खुश और धन्य महसूस कर रहे हैं। एक अन्य आगंतुक, रोमानिया से सैंड्रा, जो पहली बार दलाई लामा की एक झलक पाने के लिए देश आए थे, ने कहा, श्यह भारत में और धर्मशाला में मेरा पहली बार है। उन्हें देखना वाकई अद्भुत है।

Related Articles

Back to top button