निराश्रित, बेसहारा गोवंश संरक्षण के लिए जिला प्रशासन ने स्वीकृत किए नए आश्रय

देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल ने जनपद में गौ सदनों के संचालन हेतु गठित जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक लेते हुए गोवंश के संरक्षण, भरण पोषण, गोसदन के सुचारू संचालन और नए गोसदनों की स्थापना हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गौ सदनों में स्थानीय पशु चिकित्सकों के माध्यम से सप्ताह में दो बार अनिवार्य रूप से गोवंश पशुओं का हेड काउंट कराया जाए। इसके अतिरिक्त पशु कल्याण बोर्ड गौ सदनों का रैंडमली निरीक्षण करें।
जिलाधिकारी ने विकासखंड कालसी के खेरूवा में 150 पशु क्षमता का नया गोसदन संचालन के लिए 49.98 लाख की स्वीकृत प्रदान करते हुए जिला योजना में शीघ्र इसका प्रस्ताव भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु जिलाधिकारी द्वारा विकासनगर छरबा 22 लाख और प्रेमनगर (मौजा आरकेडिया ग्रांट) में 27.03 लाख के दो प्रस्तावों को पूर्व में ही मंजूरी दी जा चुकी है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि गोसदन में रहने वाले पशुओं को नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच और बीमार व घायल पशुओं का उचित उपचार और टीकाकरण किया जाए। पशुओं को संतुलित आहार, स्वच्छ पानी और रहने की उचित जगह हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
नगर निगम देहरादून द्वारा पंजीकृत अर्ह गौ सदनों में गोवंश की टैगिंग का कार्य पूर्ण न किए जाने पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिए है कि नगर निगम अपने गोसदनो में रखे पशुओं की शत प्रतिशत टैंगिग कराते हुए शीघ्र इसकी रिपोर्ट उपलब्ध करें।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने अवगत कराया कि वर्तमान में देहरादून जनपद में 10 गोसदन पंजीकृत है। इसमें सहसपुर में 04, विकासनगर व डोईवाला में 2-2 और चकराता व धर्मपुर में 1-1 गोसदन शामिल है। इस दौरान सीवीओ ने विगत वित्तीय वर्ष में गौ सदनों के संचालन पर हुए व्यय विवरण और नए गोसदन के प्रस्ताव और गोसदन में पशुओं की टैगिक कार्यों की प्रगति से अवगत कराया। पशु कल्याण बोर्ड की उप निदेशक ने बताया कि गोदसन में पशुओं के पंजीकरण के लिए ऐप तैयार कर लिया गया है। जिससे प्रत्येक गोसदन की दैनिक मॉनिटरिंग करना सरल हो जाएगा। जल्द ही इस ऐप को लांच किया जाएगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, उप नगर आयुक्त संतोष कुमार पांडेय, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश जोशी, पशु कल्याण बोर्ड की उप निदेशक डॉ उर्वशी सहित अनुश्रवण समिति के सभी सदस्य मौजूद थे।