उत्तरकाशी आपदा के दृष्टिगत राज्यपाल ने शासन, पुलिस, सेना एवं आईटीबीपी के अधिकारियों की बैठक ली

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को राजभवन में उत्तरकाशी आपदा के दृष्टिगत शासन, पुलिस, सेना एवं आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारियों से राहत एवं बचाव कार्यों की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। राज्यपाल ने कहा कि इस समय खोज, राहत एवं बचाव कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए किसी भी प्रकार के संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि आवश्यकता अनुसार मशीनों एवं उपकरणों का मूल्यांकन कर त्वरित मोबिलाइजेशन किया जाए। राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार भी इस आपदा की घड़ी में हर संभव सहायता के लिए तत्पर है।
प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु ने अवगत कराया कि राहत एवं बचाव कार्यों हेतु आवश्यक संसाधनों एवं टीमों का तेजी से समन्वयन और मोबिलाइजेशन कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि राहत और बचाव टीमों के समक्ष खराब मौसम बड़ी बाधा है। उन्होंने बताया कि सेना, आईटीबीपी, बीआरओ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस के जवान मौके पर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने जानकारी दी कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों सहित 300 से अधिक पुलिसकर्मियों को प्रभावित क्षेत्र हेतु रवाना कर दिया गया है। जीओसी सब एरिया, मेजर जनरल एम.पी.एस. गिल ने बताया कि हर्षिल के निकट स्थित सेना का हेलीपैड सुरक्षित है और मौसम अनुकूल होने पर इसके माध्यम से खोज और बचाव कार्यों को गति दी जाएगी। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने अब तक किए गए राहत और बचाव प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर एडीजी ए.पी. अंशुमान, सचिव गृह शैलेश बगोली एवं आईटीबीपी के डीआईजी बरिंदरजीत सिंह भी उपस्थित रहे।