उत्तराखण्डराजनीति

भराड़ीसैंण (गैरसैण) भाजपा का पेटेंट नहीं, उस पर सबका अधिकारः करन माहरा

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देहरादून। धामी राज में गैरसैंण की लगातार हो रही अनदेखी और अपमान से क्षुब्द होकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा एवं पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में आज गैरसैण स्थित भराड़ीसैंण विधान भवन शान्ति प्रिय मौन धरना प्रदर्शन करने जा रहे सैंकडों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को स्थानीय पुलिस प्रशासन ने ना सिर्फ बैरिकेडिंग लगाकर रोका बल्कि कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता भी की गई। उपरोक्त घटनाक्रम की निंदा करते हुए उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए धामी सरकार की इस तानाशाही और दमनकारी कदम की निंदा की।
माहरा ने कहा कि एक तरफ तो भाजपा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए करती है वहीं दूसरी ओर पूरी तरह से गैरसैंण के वजूद को भाजपा सरकार में अनदेखा किया जा रहा है।  एक तरफ गैरसैंण में सत्र ना करा कर राज्य सरकार न सिर्फ राज्य की जनता से वादाखिलाफी कर रही है बल्कि शहीदों और राज्य अन्दोलनकारियों की भावनाओं को ठेस भी पहुॅचा रही है। और तो और गणतंत्र दिवस (26 जनवरी 2023) को मंत्रियों की लंबी फौज होने के बावजूद किसी भी जिम्मेदार पद पर आसीन सरकार के नुमाइंदे ने गैरसैण विधान भवन में झंडारोहण ना करके गैरसैण का अपमान किया है। इसी अनदेखी के विरोध में आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में भारी संख्या में कांग्रेस जन गैरसेण एकत्रित हुए और जब वह भराड़ीसैंण विधान भवन की ओर शांतिप्रिय तरीके से मौन धरना प्रदर्शन करने हेतु जा रहे थे तो उन्हें स्थानीय पुलिस प्रशासन बैरिकेडिंग लगाकर भराड़ीसैंण जाने से रोकता है और कांग्रेस के वरिष्ठ जनों से नोकझोंक करता है। माहरा ने कहा कि गैरसैण भाजपा की बपौती नही है यह राज्य हम सबके योगदान और बलिदान से प्राप्त हुआ है। ऐसे में राज्य सरकार अन्य दलों को वहां जाने से नही रोक सकती। उत्तराखंड कांग्रेस धामी सरकार को इस कृत्य की घोर शब्दों में निंदा करती है।
प्रेसवार्ता के दौरान माहरा ने धामी सरकार में आये दिन हो रहे भर्ती घोटालों पर भी कटाक्ष किया। माहरा ने कहा कि अब पानी सर से उपर निकल चुका है।  आज हुए एईध्जेई भर्ती घोटाले के खुलासे पर चिंता व्यक्त करते हुए माहरा ने कहा कि कांग्रेस पहले दिन से यह बात कहती आई है कि प्रदेश में लगातार हो रहे भर्ती घोटालों में भारतीय जनता पार्टी के लोग संलिप्त हैं, भारतीय जनता पार्टी के संगठन से जुडें हुए वरिष्ठ पदाधिकारियों के नाम प्राथमिकी में आना बताता है कि प्रदेश में आये दिन हो रहे भर्ती घोटाले भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं के संरक्षण और मार्गदर्शन के बिना सम्भव नही।
माहरा ने कहा कि पहले हाकम सिंह और अब मंडल अध्यक्ष का नाम भर्ती घोटालों में प्रमुखता से आ रहा है। साक्ष्यों के आधार पर अब कोई शक नहीं रह गया कि भारतीय जनता पार्टी भ्रष्टाचारियों की पार्टी है और प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के लिए इन्हें प्रदेश कभी माफ नहीं करेगा। माहरा ने कहा कि मुख्यमंत्री जीरो टॉलरेंस और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की बात तो करते हैं परंतु जिस तरह से उन्हीं के महामंत्री आदित्य कोठारी जिला सहकारी बैंक टिहरी के बड़े गवन में आरोपी हैं तथा जिलाधिकारी टिहरी के आदेशों के बावजूद न तो शासन ने अभी तक उनके होटल की कुर्की की न ही कोठारी पर कोई मुकदमा किया गया। और तो और भाजपा संगठन तक उन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा। यह बताता है कि भाजपा संगठन भ्रष्टाचारियों की शरणस्थली बन चुका है। माहरा ने कहा कि इसे प्रदेश की विडम्बना ही कहा जा सकता है कि हाकम सिंह जैसे लोग जो प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य को अंधकारमय करने के गुनहगार है उनकी लगातार जमानत पर जमानत हो रही है, उस कंपनी का डायरेक्टर जिसने इम्तिहान कराया उसकी भी जमानत हो जा रही है तो अब इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा यदि कुछ ही दिनों में मंडल अध्यक्ष भी जमानत पर छुट जाए या आरोप मुक्त हो जाएं। माहरा ने कहा कि आज प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है प्रदेश भ्रष्टाचार मुक्त तो न हो सका परन्तु कानून मुक्त जरूर हो चुका है। आरोपियों और भ्रष्टाचारियों का प्रदेश में बोलबाला है और धामी सरकार ना भ्रष्ट अधिकारियों पर कोई लगाम लगा पा रही है ना ही नकल माफिया पर। माहरा के अनुसार प्रदेश राम भरोसे चल रहा है। पत्रकार वार्ता में मीडिया प्रभारी पीके अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी, महानगर अध्यक्ष देहरादून डाॅ. जसविन्दर सिंह गोगी उपस्थित रहे।

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