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हरक सिंह रावत के दिल्ली रवाना होने से भाजपा व कांग्रेस में खलबली

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देहरादून। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत तीन दिन में दूसरी बार दिल्ली रवाना हो गए हैं। उनके दिल्ली जाने से सियासी तापमान अचानक गरमा गया। हरक सिंह अपने साथ ही बहू अनुकृति गुसाईं के लिए भी टिकट का दबाव बना रहे हैं। चर्चा है कि मनमाफिक मुराद पूरी न होने पर वे भाजपा को बड़ा झटका भी दे सकते हैं। उनके दिल्ली रवाना होने से भाजपा समेत कांग्रेस में भी खलबली मच गई है।
कैबिनेट मंत्री हरक रविवार शाम दिल्ली के लिए अचानक रवाना हुए। इससे पहले वे शनिवार को ही दिल्ली से देहरादून पहुंचे थे। वे भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे। इसे उनके दबाव बनाने की राजनीति का हिस्सा माना जा रहा था। ऐसे में उनके दोबारा दिल्ली रवाना होने से साफ हो गया है कि सब कुछ सामान्य नहीं है।
बताया जा रहा है कि इस बार वे अपनी बहू अनुकृति गुसाईं को लैंसडौन से टिकट दिलाने को किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं और प्लान बी भी तैयार किया है। ये प्लान बी क्या है, इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ है। उनसे जुड़े लोगों की माने तो वे कांग्रेस के भी संपर्क में हैं। कांग्रेस का एक बड़ा गुट हरक की कांग्रेसी में वापसी को लेकर लंबे समय से लगा हुआ है। हरक सिंह की पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह से हुई लगातार कई मुलाकातों को इसी से जोड़कर देखा जा रहा था। हरक सिंह के करीबी लोगों ने स्वीकारा भी यदि कांग्रेस अनुकृति को लैंसडौन और हरक को डोईवाला से प्रत्याशी बनाने को तैयार हो जाती है, तो हरक की घर वापसी भी हो सकती है। हालांकि हरक अभी भाजपा पर ही दबाव बनाए हुए हैं। उनकी पहली प्राथमिकता अपने लिए केदारनाथ और बहू के लिए लैंसडोन है। यदि भाजपा अनुकृति के लिए तैयार हो जाती है, तो हरक दोबारा कोटद्वार से लड़ने को भी तैयार हैं। हालांकि भाजपा अनुकृति को लेकर असमंजस में है। यही असमंजस हरक की दिल्ली दौड़ का बड़ा कारण माना जा रहा है।

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