एसएसपी मणिकांत मिश्रा का अपराधियों के विरुद्ध कड़ा रुख, महिला की हत्या का 10 घंटे में किया खुलासा

देहरादून। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने अपराधियों के विरुद्ध कड़ा रुख अपनाया हुआ है, पुलिस ने महिला की हत्या के 10 घंटे में द्यटना खुलासा कर दिया। हत्याकांड में शामिल एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त वस्तुएं बरामद की गई हैं।
वादी अमृत कुमार पुत्र संजय कुमार शर्मा निवासी गौर सिटी नोयडा, उ०प्र० द्वारा अपनी बुआ की बेटी सृष्टि शर्मा पुत्री शकंर शर्मा जो कि कामेश्वर सिंह लालपुर मे किराये के मकान मे रहती थी कि गुमशुदगी दर्ज करायी गयी तथा वादी अमृत कुमार द्वारा सीसीटीवी कैमरे चैक किये तो सृष्टि शर्मा 4.11.25 की दोपहर 2.30 बजे घर के अन्दर जाकर वापस नही आयी जिस पर एक लिखित तहरीर दी कि मकान मालिक के घर से रात्रि 12 बजे घर के अन्दर से दो लोग मोटर साईकिल पर कुछ ढक कर ले जा रहे है मुझे सदेह है कि अमित व सुमित ने मेरी बहन सृष्टि की हत्या कर कही फेंक दिया गया है , तहरीर के आधार पर थाना किच्छा पर थ्प्त् छ0 363/25 न्/ै 103(1) ठछै पंजीकृत किया गया जिसकी विवेचना प्रभारी निरीक्षक किच्छा प्रकाश सिंह के सुपुर्द की गयी ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देशन में मृतका के शव की बरामदगी व अभियोग के सफल अनावरण हेतु पुलिस टीमो का गठन किया गया । बाईस्तबा अभियुक्त अमित पुत्र कामेश्वर सिंह निवासी नियर भारतीयम इंटरनेशनल स्कूल रामेश्वरपुरम पो0 लालपुर थाना किच्छा को पूछताछ हेतु थाने लाकर पूछताछ कि गयी को बताया कि सृष्टि करीब 06 महीने से हमारे मकान में दो हजार रुपये प्रतिमाह किराये पर रह रही है, जो महिन्द्रा में एच0आर डिपार्टमेंन्ट में काम करती है, सृष्टि उड़ीसा की रहने वाली है, सृष्टि का मेरी मम्मी के साथ काफी मेलजोल था, जो ज्यादातर हमारे घर पर ही खाना खाती थी, सृष्टि लालपुर महिन्द्रा से नौकरी छोडकर अपने घर जाने वाली थी, दिनांक 04-11-2025 को सृष्टि दिन में करीब 03.00 बजे महिन्द्रा कंपनी लालपुर से घर आयी थी और अपने कमरे में चली गयी थी, मैंने करीब 04.00 बजे फोन करके सृष्टि को अपने घर में नीचे बुलाया, उस समय मैं घर पर अकेला था, उस समय मेरे पिताजी और मेरा भाई सुमित सिंह मेरे मम्मी को देखने मेडिसीटी अस्पताल रुद्रपुर गये हुये थे मैंने सृष्टि से कहा कि मेरे लिये रोटी बना दे, जब वह किचन में जाकर रोटी बनाने लगी तो मेरी नियत सृष्टि को देखकर खराब हो गयी, कमरे मे उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की तो वह चिल्लाने लगी और मुझे रोकने लगी, फिर मैंने उसे चुप कराने की काफी कोशिश की लेकिन वह चुप नहीं हुयी और अधिक जोर से चिल्लाने लगी तो मैने उसका गला दबाकर दिया मुझको लगा कि वह मरी नही है तो मैंने मंदिर वाले कमरे में रखे सफेद चादर से उसका गला घोंट दिया। जब मुझे यकीन हो गया कि वह मर गयी है तो मैंने मंदिर वाले कमरे में ही रखे बेड के किनारे पर रखकर बाहर आया । पापा का फोन आया कि मैं घर पर आ रहा हूं, दोनों साथ अस्पताल चलेंगे, फिर करीब 07.30 बजे शाम को पापा राज की दी हुई बाईक जिसका नं0-न्ज्ञ06।ब्-6498 है, से घर पर आये और मुझे बाहर से ही आवाज मारी, फिर मैंने घर का ताला बंद किया और पापा और मैं मोटर साईकिल से मेडिसिटी अस्पताल रुद्रपुर चले गये। फिर मैं वहां से पापा की बाईक से अपने घर आया, मेरा छोटा भाई सुमित भी मेरे साथ आया, 01घंटे के बाद मेरा भाई और मैं बाईक से अस्पताल से लालपुर पहुंचे, लालपुर से खाना पैक कराकर हम दोनों भाई घर आ गये। घर आने के बाद सुमित मंदिर वाले कमरे में गया और उसने सृष्टि को मरा हुआ देख लिया, मैंने सुमित को यह बताया कि मैंने सृष्टि का लैपटाप 1500/-रुपये में आनन्द मोबाईल वाले की दुकान बेच दिया है, वह मुझसे लैपटाप वापस मांग रही थी, इस बात को लेकर मेरा सृष्टि के साथ झगडा हो गया था, उसने मेरे मुंह पर तमाचे जड दिये तो मैंने भी गुस्से मे आकर उसका गला पकडकर, उसका टेटूआ दबा दिया, सर, मैंने अपने भाई सुमित को सच्चाई इसलिये नही बतायी क्योंकि वह सुमित को राखी बांधती थी और भाई बोलती थी। मैंने अपने भाई को काफी समझाने की कोशिश की वह मेरी बात नहीं मान रहा था, फिर मैंने उसे अपनी मम्मी की कसम खिलाकर बोला कि मम्मी अस्पताल में है, अगर पुलिस को पता चल गया तो पुलिस मुझे जेल भेज देगी, औऱ इस सदमें से मम्मी जिंदा नहीं बचेगी, तू एक बार मेरी मदद कर दे। काफी समझाने के बाद वह बडी मुश्किल से कमरे से लाश को हटाने के लिये माना, फिर मैंने और सुमित ने एक सफेद फूलदार चादर में लपेटा, फिर दोनों भाईयों ने सृष्टि की लाश को पकड़कर घर के अंदर खडी बाईक में रखी, बाईक मैंने चलायी औऱ मेरा भाई सुमित सृष्टि की लाश को लेकर, बाईक में पीछे बैठा, हम दोनों सृष्टि की लाश को बाईक से लेकर, महराजपुर लालपुर रोड श्मशानघाट के पास में नाले में फेंक दिया, फिर हम दोनों वहां से बाईक से रुद्रपुर बस स्टेशन के पास गये फिर वहां से घूमकर, करीब 02.30 बजे घर वापस आ गये मैं आपको सृष्टि की लाश को बरामद करा सकता हूँ . अभियुक्त अमित को उसके जुर्म धारा 103(1)/238ठछै मे हिरासत पुलिस में लिया गया। अभियुक्त अमित की निशानदेही पर मृतका सृष्टि का शव बरामद किया गया तथा अभियुक्त द्वारा अपने घर से जिस चादर से हत्या की गयी थी वह तथा घटना के समय अभियुक्त द्वारा पहने कपडे बरामद कराय़े गये। मृतका के पोस्टमार्टम की कार्यवाही की जा रही है।





