राज्य महिला आयोग ने एसएसपी को लिखा पत्र, दुष्कर्म के आरोपी विधायक पर कार्रवाई के निर्देश
देहरादून। उत्तराखण्ड के द्वाराहाट से बीजेपी विधायक महेश नेगी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने थाने में तहरीर देने के बाद अब उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग से भी इस सम्बंध में लिखित शिकायत की है। आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल ने देहरादून के एसएसपी को पत्र भेजकर मामले में उचित कार्रवाई करने और फिर कार्रवाई के बारे में आयोग को अवगत कराने के निर्देश दिए हैं। इधर, मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इस मामले की निष्पक्ष जांच करने और विधायक व पीडि़ता की पुत्री का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है ताकि सच्चाई सामने आ सके।
महिला ने अपनी तहरीर में कुछ तारीखों का बकायदा जिक्र किया है और बताया है कि विधायक उसे किस तारीख पर कहां लेकर गए। महिला ने आरोप लगाया कि बीजेपी विधायक उसे नेपाल तक ले गए और कई बार दुष्कर्म किया। इधर, विधायक की पत्नी ने भी एक और पत्र पुलिस को सौंपा है जिसमें उन्होंने आरोप लगाने वाली महिला की बच्ची के लिए सुरक्षा की मांग की है और कहा कि इस पूरे मामले में बच्ची की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है। काबिलेगौर है कि इससे पूर्व विधायक की पत्नी महिला पर ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज करवा चुकी है। जिसके बाद महिला ने एक वीडियो जारी कर महेश नेगी पर गंभीर आरोप लगाए हैं, साथ ही दावा किया है कि विधायक और उसकी बच्ची भी है जिसे साबित करने के लिए वो डीएनम टेस्ट तक करवाने के लिए तैयार हैं। इस मामले में सियासत भी तेज हो गई है। विधायक महेश नेगी के बहाने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधा है। साथ ही उन्होंने महेश नेगी और पीड़ित महिला की बच्ची के डीएनए टेस्ट की मांग की है। हालांकि बीजेपी फिलहाल महेश नेगी पर लगे आरोपों पर कुछ भी कहने से बच रही है। भाजपा नेता इसे विधायक का निजी मामला बता रहे हैं। —