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हरिद्वार कुंभ को सुरक्षित, सकुशल और सफल बनाने की ली शपथ

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हरिद्वार। हरिद्वार में रविवार को मेला पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को गंगा को साक्षी मानकर सुरक्षित कुंभ की शपथ दिलाई गई। करीब 10 हजार पुलिसकर्मी और जवानों ने इस शपथ को लिया। शपथ के लिए 1 घंटे तक हरकी पैड़ी को यात्रियों के लिए सील किया गया था। प्रदेश सरकार के नोटिफिकेशन के अनुसार एक अप्रैल से कुंभ का आधिकारिक शुभारंभ होने जा रहा है। मेला पुलिस अपनी सभी तैयारियां पूरी कर चुकी हैं। इस बीच डीजीपी अशोक कुमार रविवार की दोपहर को हरिद्वार पहुंचे और हरकी पैड़ी पर मेला पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को कुंभ सुरक्षित, सकुशल और सफल बनाने की शपथ दिलाई।
डीजीपी ने पुलिस बल को अनुशासन और सेवा भाव से ड्यूटी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के साथ विनम्रता से पेश आएं। उन्होंने कहा कि 12 और 14 अप्रैल को होने वाले शाही स्नान पुलिस के लिए इस महाकुंभ की सबसे बड़ी चुनौती हैं। उन्होंने कहा कि चुनौतियों को देखते हुए अपनी तैयारियां की गई हैं। कोरोना की गाइडलाइन का पालन कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस का पहला प्रयास रहेगा कि हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत न हो। स्नान के लिए श्रद्धालुओं को कम से कम पैदल चलना पड़े। कहा कि कई जगह पार्किंग के पास ही घाट बनाये गए हैं ताकि यात्रियों को दिक्कतें न हो। इसके बाद डीजीपी ने मेला आइजी संजय गुंज्याल के साथ शाही स्नान पर्वों पर की जाने वाली सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की जानकारी ली। इससे पहले डीजीपी अशोक कुमार, मेला आईजी संजय गुंज्याल, डीआईजी रेंज नीरू गर्ग, एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस, एसएसपी कुंभ जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी, एसपी रेलवे मंजूनाथ टीसी, एसपी कुंभ नवनीत भुल्लर समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने पूजा अर्चना की। इस मौके पर श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा, सिद्धार्थ चक्रपाणी समेत अन्य पदाधिकारी के अलावा अन्य लोग उपस्थित रहे। पुलिस ने हरकी पैड़ी पर जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेट्स लगाकर हरकी पैड़ी पर एक घंटे के लिए यात्रियों की एंट्री पर रोक लगाई हुई थी। क्योंकि कई हजार पुलिसकर्मी और जवान हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड और मालवीय घाट पर मौजूद थे। यात्रियों को कांगड़ा घाट, हरकी पैड़ी चैकी के पास बने बैरियर, सीसीआर टॉवर, नाई घाट से वापस लौटाया जा रहा था। शपथ से पहले श्रीगंगा सभा के पदाधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को कुंभ का महत्व के बारे में विस्तार से बताया। जबकि पुलिस अधिकारियों ने शाही स्नान के दिन होने वाले व्यवस्थाओं के बारे में पुलिसकर्मियों को बताया।

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