सुमित हृदयेश को सिर्फ वर्ग विशेष की चिंता, हल्द्वानी के विकास की नहीः विकास भगत

देहरादून। भाजपा प्रवक्ता विकास भगत ने वनभूलपूरा प्रकरण में कांग्रेस विधायक समित हृदयेश के सुप्रीम कोर्ट में अतिसक्रियता को तुष्टिकरण की राजनीति बताया है। उन्होंने निशाना साधा कि अवैध अतिक्रमण से जुड़े मामले की सुनवाई के दौरान उनका दिनभर सुप्रीम कोर्ट में रहना, बताता है कि उन्हें वर्ग विशेष के वोट की ही चिंता है, हल्द्वानी की नहीं।
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए विकास भगत ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि वोटों की राजनीति के दबाव में युवा नेता सुमित हृदयेश लगातार गलत दिशा की ओर बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। जहां देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य विकास और प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है, वहीं कांग्रेस नेता और उनकी पार्टी उत्तराखंड को पीछे धकेलने का कार्य कर रही है।
उन्होंने प्रश्न किया कि“क्या हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश को हल्द्वानी में रेलवे सुविधाओं के विकास से कोई सरोकार नहीं है?”जो परियोजनाएँ शहर के भविष्य, रोजगार, आवागमन और कनेक्टिविटी को मजबूत करती हैं, सुमित हृदयेश उनका विरोध क्यों कर रहे हैं? क्या विधायक सुमित को अतिक्रमण उचित लगता है? उन्होंने स्पष्ट कहा कि कानून सभी के लिए समान है, और सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे को सही ठहराना समाज और व्यवस्था दोनों के लिए घातक है। जनप्रतिनिधियों का दायित्व अपने क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता देना होता है, न कि अवैध गतिविधियों को राजनीतिक लाभ के लिए समर्थन देना। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी का विकास, रेलवे की सुविधाएँ और कानून का सम्मानइन सब पर राजनीति हावी नहीं होनी चाहिए। विकास भगत ने आरोप लगाया कि सुमित हृदयेश का यह कदम हल्द्वानी और उत्तराखंड की जनभावनाओं को गंभीर रूप से आहत करता है।





