खानापूर्ति बनकर रह गया देवप्रयाग का तहसील दिवस, 52 अधिकारी व छह फरियादी पहुंचे

टिहरी। तहसील मुख्यालय देवप्रयाग में एसडीएम की अध्यक्षता में आयोजित तहसील दिवस महज खानापूर्ति बनकर रह गया। बैठक में 52 अधिकारियों के मौजूद रहने पर भी बामुश्किल छह फरियादी ही यहां पहुंचे।
बुधवार को देवप्रयाग में तहसील मुख्यालय में काफी प्रचार प्रसार के बाद भी तहसील दिवस में महज छह फरियादी ही अपनी शिकायत लेकर यहां पहुंचे। जबकि तहसील दिवस में अलग अलग स्थानों से 52 विभागीय अधिकारी पहुंचे थे। रात-दिन पेयजल, बिजली, सड़क, सरकारी पेंशन आदि से जुड़ी शिकायतें करने वाली जनता यहां पूरी तरह नदारद दिखी। अधिकारी और कर्मचारी फरियादियों का इंतजार करते रह गए। नवनिर्मित तहसील भवन के सभागार में लंबे समय बाद आयोजित तहसील दिवस में एसडीएम कीर्तिनगर सोनिया पंत जनता की अधिकांश शिकायतों का समाधान करने के उद्देश्य से पहुंची थी। मगर छह ही फरियादी उनके सामने शिकायत लेकर आए। जिनमें वाल्मीकि समुदाय की जाति व स्थाई प्रमाण पत्र दिए जाने, सभासद रूपेश गुसाईं की बिजली लाइनों में सुधार, श्रीकांत पुरोहित की बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर रात्रि चौकीदार लगाने, रोमादेवी की नगर पालिका में मृतक आश्रित के तौर पर समायोजित किए जाने, जगदीश चंद्र आर्य की कृष्ण चौरी में रास्ते व चबूतरे की मरम्मत व सेवानिवृत आरके की पेंशन में प्रोन्नत वेतनमान का लाभ नहीं मिलने से जुड़ी शिकायत थी। एसडीएम ने संबंधित अधिकारियों को शिकायतों के तत्काल समाधान के निर्देश अधिकारियों को दिए।