उत्तराखण्ड

त्यूणी तहसील क्षेत्र को सूखा ग्रस्त घोषित करने की मांग

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विकासनगर। सूखे की मार झेल रहे सीमांत तहसील त्यूणी के काश्तकारों ने जिला प्रशासन से पूरे तहसील क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की है। किसानों ने इस आशय का ज्ञापन सोमवार को तहसील प्रशासन के माध्यम से जिलाधिकारी को प्रेषित करते हुए सूखाग्रस्त क्षेत्र को आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
ज्ञापन में ग्रामीण काश्तकारों ने बताया कि तहसील क्षेत्र के करीब अस्सी गांवों में फरवरी माह से बारिश नहीं होने से उनकी नगदी फसलें बर्बाद हो गई हैं। सेब, आड़ू, नाशपाती, खुमानी, चुल्लू, अखरोट, बादाम, पोलम के साथ ही गेहूं, जौ, मटर, टमाटर, आलू की फसलों भी सूखे की चपेट में आ गई हैं। सीमांत क्षेत्र के ग्रामीणों की आय का मुख्य स्रोत कृषि और बागवानी ही है। लेकिन इस बार कृषि और बागवानी को सूखे के चलते भारी नुकसान हुआ है। किसान पिछले कई दिनों से त्यूणी तहसील क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग कर रहे हैं, पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इससे उनके सामने अब परिवार के भरण पोषण की समस्या पैदा हो गई है। बताया कि सूखे की मार से कई ग्रामीण किसान बैंक से लिए गए कृषि ऋण को नहीं चुका पा रहे हैं। प्रभावित किसानों ने जिला प्रशासन से त्यूणी तहसील क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करने और कृषि ऋण को माफ कर उन्हें उचित मुआवजा देने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में मोहर सिंह, रमेश सिंह, उमेश जोशी, देवेंद्र खत्री, मंगसीरू, प्रदीप, विनोद चैहान, यशपाल जोशी, नीम दास, अमर सिंह, मनेश कुमार, अनिल जोशी आदि शामिल रहे।

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