उत्तराखण्ड

विपक्ष ने प्रदेश सरकार को सदन में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा

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देहरादून। आज बजट सत्र के चैथे दिन सदन में विपक्ष ने कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के तमाम मुद्दों को लेकर सरकार से तीखे सवाल किए। सरकार के मंत्री सवालों और अनुपूरक सवालों का जवाब देने की बजाय जब यह कहते दिखे कि इसका जवाब वह उन्हें बाद में भिजवा देंगे तो विपक्ष ने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि अगर बाद में ही जवाब लिखवा कर देना है तो फिर सत्र बुलाने की भी क्या जरूरत है।
नेता विपक्ष यशपाल आर्य ने इस दौरान पत्रकारों से वार्ता कर सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। उत्तराखंड में माफिया राज स्थापित हो चुका है। सत्ता में बैठे लोगों द्वारा अपराधियों और खनन माफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है। शासनकृप्रशासन और सत्ता में बैठे लोगों की साठकृगांठ से ही सारा खेल चल रहा है। प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चैपट हो चुकी है।
यशपाल आर्य ने कहा कि अधिकारी किसी भी प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हैं। राज्य में खनन माफिया सरकार पर हावी है। भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि हाईकोर्ट द्वारा किसी भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच के आदेश दिए जाएं और सरकार जांच रोकने के लिए याचिका दायर करें। उन्होंने उघान घोटाले और सिंचाई घोटाले का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार नही चाहती है कि भ्रष्टाचार के मामलों की जांच हो। राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों की बात करते हुए कहा कि अंकिता के परिजन न्याय के लिए सालों बाद भी धरने पर बैठे हैं और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। क्यों नहीं मिल रहा है यह बात सभी लोग जानते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के खाने और दिखाने के दांत अलगकृअलग है।
लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं न नैनीताल से चुनाव लड़ रहा हूं न अल्मोड़ा से। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा उनके क्षेत्र से बहुत दूर है वहां जिन लोगों ने पहले से ही चुनावी तैयारियंा की हुई है उन्हें मौका मिलना चाहिए।

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