द पेसल वीड स्कूल देहरादून ने उत्साहपूर्वक मनाया 33वां स्थापना दिवस
देहरादून। द पेसल वीड स्कूल में 33वें स्थापना दिवस का दो दिवसीय समारोह चल रहा है। 25 अक्टूबर की शाम 5 बजे वार्षिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर हरीश कुमार सेठी थे। साथ ही छात्रों के माता-पिता एवं छात्रों ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यह प्रर्दशनी अत्यधिक सुंदर ढंग से आयोजित की गई थी। द पेस्टल वीड स्कूल के छात्रों ने एक नुक्कड नाटक आत्मनिर्भर भारत एवं बीएड छात्रों के द्वारा साइबर अपराधों से बचने के उपायों का बड़े सुंदर ढंग से प्रस्तुतीकरण किया गया। साथ ही विज्ञान वृक्ष के माध्यम से विज्ञान की उपयोगिता को दर्शाया गया था। छात्रों द्वारा बनाया गया। साफ्ट ड्रिंक डिस्पेंसर अद्भुत लग रहा था। वहीं एक विज्ञान कक्ष के अंदर प्रवेश करते ही सौरमंडल दिखाई दिया जहाँ सूर्य अपने सभी ग्रहों के साथ परिक्रमा कर रहा था। चन्द्रयान उड़ने को तैयार था। साथ ही चन्द्रमा पर उतारा हुआ रोबोट भी दिखाई दे रहा था। दूसरे कक्ष में छात्रों द्वारा बनाए गए विज्ञान से संबंधित भिन्न-भिन्न प्रकार के मॉडल थे। जो बहुत आकर्षक लग रहे थे। जिनमें संचालित कार, रक्त का शुद्धिकरण, किड्नी की कार्यप्रणाली, भिन्न-भिन्न प्रकार के साबुन, हैंड वाश, सैनिटाइजर आदि को प्रदर्शित किया गया। साथ ही छात्रों द्वारा बनाए गए चित्रों व कागज़ से बनाई गई विभिन्न प्रकार की शिल्पकला जैसे-कागज के तोते, मछली, फूल, नाव, बंदनवार आदि का भी प्रदर्शन किया गया। ये प्रदर्शनी सभी को मंत्रमुग्ध कर रही थी। मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर हरीश कुमार सेठी व सभी अभिभावकों ने छात्रों के इस अदभुत कौशल की सराहना की। सायं 6 बजे स्कूल के ओपन एयर एम्फीथिएटर द थ्रोबिंग स्टोन्स में अतीत और वर्तमान की विरासत और उपलब्धि, खेल और कला का एक शानदार मिलन समारोह का आयोजन हुआ।
हमारे मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर हरीश कुमार सेठी सेंट जोसेफ अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र ब्रिगेडियर हरीश कुमार सेठी ने मध्य प्रदेश में एक डोगरा टुकड़ी, एक जाट स्क्वाड्रन और पंजाब सेक्टर में एक स्वतंत्र मशीनीकृत ब्रिगेड की कमान संभाली और देहरादून में तैनात होने से पहले बख्तरबंद कोर अग्निवीरों को प्रशिक्षित करने के लिए जिम्मेदार थे।, उन्होंने ने प्रतिभागियों के कौशल और दृढ़ता की सराहना की। शाम की शुरुआत में द पेसल वीड स्कूल, चिल्ड्रन एकेडमी, के सी और पेस्टल वीड कॉलेज ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के छात्रों की बॉक्सिंग प्रतियोगिता के साथ हुई, जिसमें न केवल युवा मुक्केबाजों के शारीरिक कौशल का प्रदर्शन किया गया, बल्कि स्कूल द्वारा विकसित खेल भावना और सौहार्द का भी प्रदर्शन देखा गया। प्रत्येक मुकाबला धीरज और लचीलेपन का प्रतीक था। हमारे संस्थापक, डॉ. प्रेम कश्यप की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए, पेस्टल वीड प्रत्येक बच्चे में अव्यक्त प्रतिभा का पता लगाने में विश्वास करता है ताकि उसे अपनी क्षमता का ज्ञान हो, छात्र के भीतर गहरी इच्छा पैदा की जा सके, उसे सपने देखने तथा उन्हे साकार करने में मदद मिल सके। द पेस्टल वीड स्कूल के अध्यक्ष डॉ. प्रेम कश्यप, बाल अकादमी की अध्यक्ष किरण कश्यप, प्रबंधक श्री आकाश कश्यप, द पेस्टल वीड स्कूल की प्रबंधक राशि कश्यप, मुख्य अतिथि अनिल मेहरा और डॉ जेसी पंत, ब्रिगेडियर हरीश कुमार सेठी व सभी अभिभावकों का ह्रदय से स्वागत किया, जिनकी उपस्थिति छात्रों और स्कूल के लिए एक उत्साहजनक और प्रेरक प्रोत्साहन थी। वे सभी उत्कृष्ट गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति से अभिभूत थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर हरीश कुमार सेठी ने सभी प्रतिभागियों को उनके अनुकरणीय कौशल और दृढ़ता के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि विद्यालय ही छात्र के जीवन का प्रशिक्षण मैदान है जो उसे समाज में अपनी पहचान बनाने के लिए तैयार करता है। उन्होंने छात्रों के लिए इस तरह के एक अद्भुत शिक्षण मंच प्रदान करने के लिए, डॉ प्रेम कश्यप और स्कूल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुक्केबाजी सिर्फ शारीरिक मजबूती के बारे में नहीं है, यह अनुशासन, साहस और खेल भावना से परिपूर्ण है। मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर हरीश कुमार सेठी ने इंटरस्कूल बॉक्सिंग चौम्पियनशिप के योग्य विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। डॉ प्रेम कश्यप, द पेसल वीड स्कूल के अध्यक्ष डॉ. प्रेम कश्यप ने कहा, मैं विजेताओं को बधाई देता हूं और सभी प्रतिभागियों को उनके दृढ़ संकल्प, कौशल, धीरज और खेल भावना के लिए सराहना करता हूं। मैं उत्कृष्ट कला, शिल्प और विज्ञान प्रदर्शनी की भी सराहना करता हूं, जो हमारे छात्रों की रचनात्मकता और नवाचार का प्रदर्शन करता है। डॉ. कश्यप ने इस अवसर की शोभा बढ़ाने और अपनी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा करने के लिए मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर हरीश कुमार सेठी का हार्दिक आभार व्यक्त किया और माता-पिता शिक्षकों व छात्रों के अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।