उत्तराखण्ड

कोटद्वार में बंदरों के आतंक से नही मिल रही निजात

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कोटद्वार। गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। यही नहीं, बंदर आमजन पर हमला कर उन्हें घायल भी कर रहे हैं। शिकायत के बाद भी सरकारी सिस्टम बंदरों के आतंक से निजात दिलवाने में गंभीरता नहीं दिखा रहा।
सबसे अधिक परेशानी घर से बाहर निकलने वाले बुजुर्ग व स्कूल जाने वाले बच्चों को हो रही है। कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में शायद ही कोई ऐसा वार्ड हो जहां उत्पाती बंदर न दिखाई दें। सुबह से ही बंदर घरों में उत्पात मचाना शुरू कर देते हैं।
बंदरों के कारण वार्डवासियों का अपने घरों की छत पर कपड़े व अनाज सुखाना भी मुश्किल हो गया है। झुंड में आ रहे बंदर आमजन पर भी हमला कर रहे हें। बंदरों के डर से बच्चों ने घर के बाहर खेलना भी छोड़ दिया है। अभिभावकों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने व लेने के लिए साथ में जाना पड़ रहा है।
बंदरों ने घरों के बाहर खेतों में लगाई गई साग-सब्जियों को भी बर्बाद कर दिया है। दरवाजे खुले होने पर बंदरों का झुंड घर के अंदर पहुंच जाता है। बढ़ रहे बंदरों के हमले क्षेत्र में उत्पाती बंदरों के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में आए दिन बंदरों के हमले के घायल जन पहुंच रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने वन विभाग से बंदरों को पकड़कर जंगल में छुड़वाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कटखने बंदर कब किसकी जान पर भारी पड़ जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता।

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