उत्तराखंड में पर्यटन को विस्तार देंगे होम स्टे और न्यू डेस्टिनेशन
देहरादून। त्रिवेंद्र रावत सरकार उत्तराखंड में पर्यटन को विस्तार देने के हरसंभव प्रयास कर रही है। एक ओर पहाड़ों की ओट में छिपे रमणीक स्थलों को होम स्टे योजना के जरिये पर्यटन मानचित्र में लाने की कोशिशें हो रही हैं तो दूसरी ओर हर जिले में एक-एक नया पर्यटक स्थल विकसित किया जा रहा है। इन योजनाओं से पर्यटन विकास तो होगा ही स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
सरकार की कोशिश उन तमाम टूरिस्ट डेस्टिनेशन को उभारने की है जो पर्यटकों की नजर से या तो अछूते हैं या फिर सुविधाएं न होने के चलते वहां कम लोग पहुंचते हैं। सरकार ऐसे इलाकों में ना केवल होम स्टे के माध्यम से लोगों को स्वरोजगार दे रही है, वही पर्यटकों को रहने के लिए अच्छा होमस्टे और खाने के लिए स्वादिष्ट भोजन मिले तो कोई क्यों नहीं उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों में आएगा जहां सरकार ने 13 डिस्ट्रिक्ट और 13 डेस्टिनेशन का मंत्र पूरे प्रदेश में दिया है जिसके तहत लगातार काम हो रहा है। पर्यटन आगे बढ़े इस को देखते हुए कहीं सर्किट भी सरकार ने चिन्हित किए हैं ऐसे में स्वदेश दर्शन हेरिटेज सर्किट योजना के अंतर्गत कटारमल एवं जागेश्वर का पर्यटन विकास किया जा रहा है। सरकार ने इन स्थलों पर कहीं जन सुविधाएं दी हैं जिससे अब यहां पर्यटकों की आमद और ज्यादा बढ़ने लगी है। सरकार ने इसके तहत पार्किंग, जनसुविधा, साईड डेवलपमैंट, कैफे, सूचना केन्द्र, सोलर लाइट, ओपन एयर थिएटर, कटारमल से मंदिर तक ट्रैक रूट, मंदिर तक सीढ़ी निर्माण, रेस्ट सेंटर, व्यू प्वाइंट, वाटर टैंक, साईंनेज आदि कार्य किए जा रहे हैं। इससे स्थानीय युवाओं को पर्यटन में स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। खुद मुख्यमंत्री कहते हैं कि योजनाओं के मद्देनजर युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए हमारी सरकार कृत संकल्पित है। ऐसे में उम्मीद है कि ऐसे ही अन्य सर्किट के माध्यम से सरकार और मंदिरों और पर्यटन स्थलों का भी जीर्णोद्धार करेगी ताकि पर्यटक तीर्थयात्री इन जगहों पर और आकर्षित हो और ज्यादा से ज्यादा लोग इन स्थलों पर पहुंचकर उत्तराखंड की खूबसूरती और मेहमान नवाजी का आनंद उठाएं।
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