वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को याद किया

देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा पेशावर काण्ड के नायक स्व0 वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की 130 वीं जयंती पर उनको याद करते हुए श्रद्धांजलि पार्टी कार्यालय में दी गई। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली का जन्म सन 1891 में पट्टी चौथान थैलीसैंण पौडी गढ़वाल जालोथ सिंह भंडारी के घर हुआ था। साधारण परिवार के गढ़वाली 1914 को फौज में भर्ती हुए, प्रथम विश्व युद्ध में भाग लेने के बाद अनेक लड़ाईयों में जीत हासिल की। सन 1930 में पेशावर कांड की घटना ने चंद्र सिंह गढ़वाली को ऐतिहासिक पुरुष बना दिया। फ़ौज से अलग होने के बाद महात्मा गाँधी से प्रेणा लेकर देश की आजादी की लड़ाई में खुद गए। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के त्याग बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर सुरेन्द्र कुकरेती, लताफत हुसैन, सुनील ध्यानी, जय प्रकाश उपाध्याय, प्रताप कुंवर,मेजर एम एस रावत,दीपक रावत, किरन रावत कश्यप,राजेंद्र बिष्ट, राज नितिन रावत, अशोक नेगी, बिजेंद्र रावत, प्रमोद लखेड़ा, मीनाक्षी सिंह, जितेंद्र आदि उपस्थित रहे।