महिलाओं के लिए बनाये गये कानूनों का किया जा रहा दुरूपयोगः कौशिक
देहरादून। देश में गलत कानूनों के कारण पुरूषों का आर्थिक, शारीरिक व मानसिक शोषण किया जाता है। जिसके कारण महिलाओं की अपेक्षा पुरूष ज्यादा आत्महत्याएं कर रहेे हंै। महिलाएं झूठे आरोप लगाकर पुरूषों को जेल भिजवा रही है, और समझौते के नाम पर ब्लैकमेल कर रही है। लेकिन देश की संसद व न्यायालय मूकदर्शक बने हुए हैं।
पुरूष दिवस के अवसर पर फोरम कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान यह बात आज पुरूष अधिकार संरक्षण फोरम के अध्यक्ष अजय कौशिक द्वारा कही गयी। उन्होने कहा कि देश में महिलाओं व किन्नरों के लिए कानून बनाये गये है लेकिन आज तक पुरूषों के पक्ष में एक भी कानून नहीं बनाया गया है, जबकि पशु पक्षियों के लिए भी कानून बनाये गये है। उन्होने कहा कि महिलाओं के पक्ष में बनाये गये कानूनों का दुरूपयोग किया जा रहा है। इसके चलते महिलाएं पुरूषों की सम्पत्ति हथिया रही है या रूपया ऐंठ रही है। उन्होने कहा कि एक तरफ महिलाएं बराबर का अधिकार चाहती है वहीं दूसरी ओर भरण पोषण के लिए अदालतों का सहारा लेकर पुरूषों से पैसा एंठती है। जिसके चलते समाज में पुरूषों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होने कहा कि ऐसे कानून ही पुरूषों को कहीं न कहीं अपराधी बना रहे है। पत्रकार वार्ता फोरम के अध्यक्ष अजय कौशिक, पूजा थापा व प्रतीक उपस्थित रहे।