देहरादून। माणा गांव की तर्ज़ पर नीति घाटी को पर्यटन व तीर्थाटन के लिहाज से विकसित किया जाएगा ताकि समूची घाटी को पर्यटन मानचित्र में विशेष स्थान मिल सके। यह बात चमोली जनपद की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने नीति घाटी के भ्रमण के दौरान कही। उन्होंने पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान के साथ नीति घाटी के भ्रमण के दौरान कही।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया एवं पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान ने सीमांत क्षेत्र नीति घाटी का भ्रमण कर विभिन्न विकास कार्यो का स्थलीय निरीक्षण कर क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया। दोनों अधिकारियों ने नीति गांव से आगे गोटिंग चैकपोस्ट पर पहुंच कर आर्मी मेजर से मुलाकात भी की और सीमा क्षेत्रों के मौजूदा हालातो की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने नीति गांव पहुंच कर सीमा पर द्वितीय रक्षा पंक्ति कहे जाने वाले सीमांत क्षेत्र के वासिन्दो की समस्याएं सुनी। उन्होंने कहा की सीमांत क्षेत्र के लोगो की समस्याओं का प्राथमिकता पर समाधान करने का पूरा प्रयास किया जाएगा। इस दौरान सीमा पर बसे लोगो ने क्षेत्र मे संचार सुविधा न होने से हो रही परेशानी, सडक के सुधारीकरण, गमशाली से नीति तक सडक को आरटीओ से पास कराने, परिवहन सुविधा के लिए श्रीनगर गढवाल से नीति तक बस सेवा शुरू करने तथा क्षेत्र मे चिकित्सा सुविधा के लिए एम्बुलेंस तैनाती करने की मांग प्रमुखता से डीएम के समक्ष रखी। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि बहुत जल्द क्षेत्र मे जीओ का टावर लगवाया जाएगा ताकि नेटवर्क सुविधा मिलने पर क्षेत्र की अधिकांश समस्याएं दूर हो सके। जिलाधिकारी ने कहा कि नीति क्षेत्र मे भी पर्यटन की आपार संभावनाएं है। खूबसूरत और मनमोहक प्राकृतिक नजारो के आलावा क्षेत्र मे प्रसिद्ध टिम्बरसैंण महादेव एवं माता भगवती के मंदिर स्थापित है। माणा वैली की तरह नीति वैली मे पर्यटन व तीर्थाटन को बढाने एवं स्थानीय निवासियों की सुविधा के लिए यहां पर परिवहन के लिए बस संचालित कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा। जिलाधिकारी ने महिलाओं से कहा कि अगर सिलाई बुनाई कार्यो या लाइवलीहुड से जुडी कोई भी तत्कालिक आवश्यकता हो तो इसकी जानकारी उपलब्ध कराएं। पुलिस अधीक्षक ने सीमांत वासियो को अपनी संस्कृति, पारम्परिक भेषभूषा और अपने गांव क्षेत्र को आज तक आवाद रखने के लिए जमकर सराहना की। साथ ही अपने आपसी विवादों को पारम्परिक तरीके से सुलझाने के लिए भी बधाई दी। सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत मलारी मे 35 लाख लागत से निर्माणाधीन मिनी सटेडियम के कार्यो का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को शीघ्र कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए। धौली नदी पर बन रहे झूलापुल को भी शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि निर्माण कार्यो के पूरा होने पर सितंबर माह मे वे स्वयं कार्यो की गुणवत्ता का निरीक्षण भी करेंगे। जिलाधिकारी ने नीति मे पर्यटक आवास के निर्माण कार्यो का निरीक्षण भी किया। उन्होंने पर्यटक आवास के सभी निर्माण कार्यो को गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।http://Neeti velley
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